Thursday, December 4, 2008

पाकिस्‍तान राष्‍ट्रध्‍वज में लगी आग

देश का सबसे बड़ा आतंकी हमला भले ही मुंबई में हुआ हो। लेकिन हर एक देश वासियों में उस आतंकी हमले को लेकर नाराज़गी इस कदर है कि अपनी परवाह किए बगैर ही आतंक के सरताज पाकिस्‍तान को आतंकी संगठनों का हवाला देकर नारेबाजी की गई। लेकिन बात आतंकी हमलों तक ही सीमित नहीं रही और न ही मुंबई तक। हर एक देशवासी चाहे वो अमीर हो या गरीब। हर कोई आतंकी हमले पर मुंहतोड़ जवाब देना चा‍हता है।
राजधनी रायपुर में छत्‍तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा पाकिस्‍तान का झंडा जलाया गया। प्रदेश कांग्रेस कमेटी का ये गुस्‍सा एक हद तक सही भी है, लेकिन कुछ आतंकियों के कारण पाकिस्‍तान के राष्‍ट्रध्‍वज का अपमान करना भारत जैसे लोकतांत्रिक देश के लिए पता नहीं क्‍या संदेश देना चाहती है।

आतंक के खिलाफ आतंक के रूप में जवाब देना करोड़ों देशवासियों को हिंसा की ओर भेज सकती है और हिंसात्‍मक रूप शांति का प्रतीक कभी नहीं होता। आतंकियों का जवाब देने के लिए हमारे देश के फोर्स, कमाण्‍डो, बटालियन पर देशवासियों को भरोसा करना होगा। जो अपनी जान परवाह किए बगैर देश की रक्षा के लिए जान न्‍यौछावर कर देते हैं। मैं सलाम करता हूं ऐसे वीर शहीदों को जो देश में शांति और सुरक्षा को बनाए रखने के लिए अपनी जान तक कुर्बान कर देते हैं।